Tuesday, June 23, 2009

संदेह है रमन की नीयत पर

15 जून 2009 को दैनिक छत्तीसगढ़ वॉच में प्रकाशित
रायपुर। पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिती है। किसानों को अब तक खरीफ धान खरीदी के बोनस की बकाया राशि नहीं मिली है तो रबी धान की समर्थन मूल्य पर भी खरीदी नहीं हो रही है। मुफ्त बिजली की घोषणा कागजों तक सीमित है। बिल नहीं पटाने वाले किसानों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज हो रही है तो खिलाफ में प्रदर्शन करने वाले किसानों पर पुलिस डंडे बरसा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पूरी तरह एक्सयोज हो गए है और भारतीय जनता पार्टी ने अपने राजनैतिक स्वार्थ की पूर्ति केबाद घोषणाओं को भुला दिया है। इससे किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहे है। यह विचार तेजतर्रार कांग्रेस विधायक नंदकुमार पटेल ने छत्तीसगढ़ वॉच से विशेष बाचतीत में व्यक्त किया। पूर्व गृहमंत्री श्री पटेल प्रदेश सरकार की असफलता पर कड़े प्रहार करते हुए कहते है कि सरकारी संसाधनों और भ्रष्टाचार के पैसे की बदौलत भले ही बीजेपी को चुनावों में सफलता मिली गई हो लेकिन उसकी पोल जल्दी ही खुलने वाली है। किसान अब डा. रमन सिंह की नीयत पर ही संदेह करने लगे है कि वे किए गए वायदे पूरे कर पायेंगे या नहीं। सवालों का जवाब देते हुए श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में राज्य सरकार के पास विकास के लिए कोई योजना ही नहीं है। आज जो भी विकास कार्य हो रहे है वो सब केंद्र सरकार द्वारा मुहैय्या करवाई जा रही राशि पर हो रहे है। विडंबना ये है कि उस पर भी भारी गड़बड़ी हो रही है। रोजगार गांरटी योजना की भारी दुर्गति है। मजदूरों को उनके काम का भुगतान नहीं मिल रहा है तो कार्य स्वीकृति के क्षेत्र में भारी भेदभाव किया जा रहा है। इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़को की गुणवक्ता नहीं है तो राजीव गांधी शिक्षा मिशन की राशि में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। सरकार की असफलता और भ्रष्टाचार के मामलों में कांग्रेस पार्टी के प्रभावी प्रदर्शन नहीं होने के सवाल का जवाब देते हुए श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष ने इस मसले पर गौर किया है और इस बात के प्रयास हो रहे है कि भाजपा सरकार के खिलाफ कैसे प्रभावी प्रदर्शन किए जाए। समीक्षा की जा रही है कि कांग्रेस को कैसे चुस्त-दुरूस्त किए जाए। उन्होने आगे कहा कि लोग अब समझने लगे है कि भाजपा जो कहती है वो करती नहीं इसलिए आगामी नगरीय निकाय चुनावों में उसकी स्थिति खराब होगी और कांग्रेस की बेहतर। जल्दी ही भाजपा का असली चेहरा सामने आ जायेगा। छत्तीसगढ़ राज्य में लगातार कमजोर होती कांग्रेस के प्रश्र का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व अब गंभीरता से विचार कर रहा है। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव परिणामों का समीक्षा हो रही है। एक ओर देश में जहां श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व में राहुल गांधी के प्रयासों से जो परिणाम आए है उससे अच्छे संकेत मिल रहे है। प्रदेश की कमजोर स्थिती पर दिल्ली की पूरी नजर है। इसी संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मनोनयन की चर्चाओं में श्री पटेल के नाम भी शामिल होने के सवाल पर उन्होने जवाब दिया कि वे दावेदार नहीं है। सोनिया गांधी प्रदेश की पूरी स्थिती से वाकिफ है और यहां के नेताओं के कार्यों का वे बेहतर आंकलन कर निर्णय लेंगी। खरीद धान खरीदी में घोटाले के संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस द्वारा राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन का उल्लेख करते हुए श्री पटेल ने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए। सरकार के करीबी राइस मिलर्स द्वारा बोनस के लिए एक ही धान खरीदी की रिसाइकिलिंग की गई है ताकि बोनस की राशि का घोटाला किया जा सके। पांच से दस लाख मीट्रिक धान इस तरह खरीदा गया है। इसी तरह पूरे प्रदेश में उद्योगों के प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। एक तरफ सरकार का ही एक विभाग प्रदूषण नियंत्रण मण्डल प्रदूषण के खिलाफ अदालत जाता हैतो दूसरी तरफ सरकार इस मामलों को लटकाए रखना चाहती है। रायगढ़ में प्रदूषण के चलते पानी को लोग तरस रहे है। श्री पटेल ने कहा कि किसान की हालत सबसे बदतर है उन्हें न तो अच्छी किस्म का बीज मिल पा रहा है और ना ही गुणवक्तायुक्त खाद। सरकार पूरी तरह असफल साबित हुई है।

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